दोस्तो क्या आपको पता है पीडीएफ क्या होता है आज कोई भी व्यक्ति चाहे वह विद्यार्थी हो या
ऑफिस में कार्य करने वाले ऑफिसर; आजकल की इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में अगर हमें जरूरत
पड़ने पर कोई कागजात ढूंढना हो तो उसमे काफी समय लगता है तथा इससे दिमाग भी खराब होने लगता है,
और कागज़ात न मिलने पर हम परेशान और हताश भी हो जाते है । आज धीरे – धीरे हम आधुनिक
होते जा रहे है, चीजों के आधुनिकरण के कारण हर चीज डिजिटल हो गई है टिकट बुकिंग से लेकर
बिजली के बिल भरने तक आज सभी चीज़ डिजिटल होने के कारण हमारी लाइफ काफी आसान बन गई है।
दोस्तों आपने पहले के ज़मीनी कागज़ात या जब आप पुराने कागज को आज देखते होंगे तो आप
देखेंगे वह काफी मेले, मुड़े, तथा कभी कभी जरूरी कागज फट भी जाते है। अगर हम बात करे कागज़ातों, पेपर, डॉक्यूमेंट के रख- रखाव
की तो हमने आज उसी भी डिजिटल कर दिया है।
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पीडीएफ क्या होता है?
पीडीएफ का फुल फॉर्म “पोर्टेबल डॉक्यूमेंट फॉर्मेट” होता है। पीडीएफ का उपयोग डॉक्यूमेंट
फ़ाइल को एक जगह से दूसरी जगह आसानी से मोबाइल या कंप्यूटर के द्वारा भेजने के साथ उसकी क्वालिटी पर बदलाव किए बिना भेजना होता है।
पीडीएफ में जो बीबी डाक्यूमेंट्स होते है उन्हें हम सिर्फ पढ़ सकते है उसमें फेरबदल करना संभव नही
है। इसका उपयोग आज सामान्यत; डॉक्यूमेंट को स्कैन, किसी एप्लीकेशन फॉर्म सभी को पीडीएफ के
फॉर्म में बदल कर हम आसानी से रीडर के पास पहुँचा सकते है, और इसमें सबसे अच्छी बात यह है कि रीडर तक पहुँचने पर भी डाक्यूमेंट्स
की क्वालिटी में कोई प्रभाव नही पड़ता है।
पीडीएफ का इतिहास
पीडीएफ डाक्यूमेंट्स का डेटा रखने के लिए एक फ़ाइल फोल्डर होता है। जिसको 1990 में अडोब कम्पनी द्वारा निर्मित किया गया, पीडीएफ निर्माण होने के बाद ही इसका उपयोग भी बढ़ने लगा क्योकि इसमे कई संख्या में डॉक्यूमेंट को सहेज कर एक फ़ोल्डर फ़ाइल के फॉर्म में इसे स्टोर किया जा सकता था।
उस समय कई कंपनी ने पीडीएफ का उपयोग पोस्टर सहेजने, या सेव करने में किया कुछ ई- कॉमर्स कंपनियों ने इसे डॉक्यूमेंट प्रेजेंटेशन के लिए भी इस्तेमाल किया। फिर 2008 में अडोब ने अपनी मलिकी/ स्वामित्व को त्याग कर इसे पब्लिक के लिए ओपन स्वामित्व कर दिया, आज काफी प्रकार के पीडीएफ रीडर मौजूद है।
पीडीएफ काम कैसे करता है?
अडोब कंपनी द्वारा 1990 में बने पीडीएफ डॉक्यूमेंट रीडर के आने से क्रांति सी आ गई। 1990
से पहले किसी नहीं डॉक्यूमेंट या पिक्चर को स्टोर करने से भरी भरकम सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया
जाता था जिससे वह काफी ज्यादा साइज की हो जाती थी फिर उन्हे एक जगह से दूसरी जगह ट्रांसफर करने में परेशानी भी होती थी।
सभी डाक्यूमेंट्स की एक स्पेशल लिंक ओर फ़ॉन्ट्स होते है, इसलिए सॉफ्टवेयर डेवलपर ने एक स्टोर
बनाया जिसमें जितनी भी फाइल्स होती थी वह सभी समान फ़ॉन्ट्स से बनी हुई होती थी, फ़ॉन्ट्स समान होने के कारण सभी डाक्यूमेंट्स उस
फ़ाइल में सेव होने लगे।
और डॉक्युमेंट्स फ़ाइल का फ़ॉन्ट्स समान होने पर उनका साइज भी कम हो गया। ऐसा सिर्फ़ एक
कंप्यूटर के लिए ही था, पर जब इन फाइल्स या डाक्यूमेंट्स को शेयर करना होता था तो वह
डाक्यूमेंट्स सिर्फ उसी कंप्यूटर में दिखाई देता था, जिसमे वही फ़ॉन्ट्स इंस्टॉल हो जिस कंप्यूटर से वह भेजा जाता।
इस प्रॉब्लम को अडोब ने पीडीएफ डॉक्यूमेंट रीडर ला कर दूर की। अडोब ने डाक्यूमेंट्स की फ़ाइल को
एक साथ जोड़कर एक फ़ाइल फोल्डर में बदल दिया, उस फोल्डर में सभी डाक्यूमेंट्स का एक ही फोल्डर बनने लगा।
पीडीएफ में हम सिर्फ़ डाक्यूमेंट्स को पढ़ सकते है, देख सकते है यह सिर्फ़ फ्री पीडीएफ रीडर में ही
होता है, अगर आप उस पीडीएफ डॉक्यूमेंट में कुछ जोड़ना/हटाना चाहते है तो उसके लिए प्रीमियम पीडीएफ रीडर होते है जैसे,
1. एडोब एक्रोबैट
2. फ़ॉक्सीट फैंटम पीडीएफ
3. नितरो
पीडीएफ आज भी इतना पॉपुलर क्यो है?
इतने अच्छे – अच्छे सॉफ्टवेयर के आने पर बीबी पीडीएफ का उपयोग पॉपुलर इसलिए हैं, क्योकि इसमे वह सभी फ़ीचर्स है जो इसे पॉपुलर बनाते है।
इसमें पीडीएफ बनाने वाला क्रिएटर होता है उसे पीडीएफ सेटिंग में यह सेक्युरिटी मिलती है कि पीडीएफ पढ़ने वाले को क्या क्या दिखाई दे, और वह उस पीडीएफ को पढ़ कर उसका प्रिंट करने की अनुमति देना है या नही यह पीडीएफ बनाने वाले पर निर्भर करता है।
इसलिए पीडीएफ का यह फ़ीचर इसे पॉपुलर बनाता है। सरकारी कार्य या बड़ी-बड़ी बिज़नेस में पीडीएफ में अपना बहुत जरूरी डेटा संग्रहित करने के लिए करते है तथा उसमे बाद में पासवर्ड भी डाल दिया जाता है जिससे वह और ज्यादा सुरक्षित हो जाते है। पीडीएफ में इस प्रकार के अत्याधुनिक फ़ीचर्स होने के कारण यह आज भी पॉपुलर है।
पीडीएफ फ़ाइल को कैसे देखते है?
पीडीएफ फाइल को अपने कंप्यूटर या फोन में देखना बेहद ही आसान है आज कल तो फोन में
डिफॉल्ट पीडीएफ रीडर भी आता है जिससे बिना पीडीएफ रीडर इंस्टॉल किए आप किसी भी पीडीएफ को आसानी से देख सकते है।
हालंकि अगर आपको पीडीएफ फाइल को देखना है और यह नहीं पता कि कैसे देखते है तो चलिए हम
बताते है, ऐप स्टोर पर बहुत से फ्री ऐप मौजुद है आप उनमें से कोई भी अपने फोन में डाल सकते
है बस इतना ही करना है और आप पीडीएफ देख तथा किसी को भी भेज सकते है।
कंप्यूटर के लाइट ज्यादा ऑप्शन नहीं होते इसलिए इसमें सबसे अच्छा सॉफ्टवेर एडोब का एक्रोबैट ही
है इसे ही आप अपने कंप्यूटर/लैपटॉप में डाले और कोई सॉफ्टवेयर कंप्यूटर में इंस्टॉल तो हो जाते है
लेकिन सही से काम नहीं करते यह सॉफ्टवेयर फ्री के साथ सबसे अच्छे फीचर भी देता है।
निष्कर्ष
दोस्तों अब मुझे लगता है कि पीडीएफ क्या होता है और पीडीएफ का इतिहास क्या है अच्छे से समझ आ गया होगा यह टॉपिक ज्यादा बड़ा नहीं है लेकिन यह बहुत बेसिक जानकारी है जो आपको जरूर पता होना चाहिए।
अगर आपको इस पोस्ट से कुछ सीखने को मिला तो इसे अपने दोस्तो को भी भेज सकते हो और अगर
कुछ सवाल है तो आप नीचे कॉमेंट बॉक्स में हमसे इससे जुड़े सवाल पूछ सकते है हमे उसका उत्तर देने
में बेहद खुशी होगी।