Shubham Kumar Biography In Hindi | कैसे बना बिहार का 24 साल का लड़का टॉपर

UPSC सबसे प्रतिष्ठित दुनिया की दूसरे नंबर की सबसे कठिन परीक्षाओं में आती हैं और इसे पास करने का सपना हर साल लगभग लाखो लोग देखते हैं क्योंकि लाल बत्ती में बैठना तथा देश की सेवा करने का मौका हर कोई गवाना नहीं चाहता, जिस वजह से विद्यार्थी इस उम्मीद से 15 से 18 घंटों तक लगातार पढ़ते हैं की वो इस परीक्षा को पास कर पाए। इसलिए आज का आर्टिकल Shubham Kumar Biography In Hindi | कैसे बना बिहार का 24 साल का लड़का टॉपर? बहुत ज्यादा खास हैं।

लेकिन वो कहते हैं की सफलता का स्वाद हर कोई नहीं चख पाता वैसे ही लाखो विद्यार्थियों में से महज कुछ हजार स्टूडेंट ही पास हो पाते हैं और जिनके सपने सच में पूरे होते हैं।

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अभी हाल ही में 25 सितंबर 2021 को UPSC 2020 का रिजल्ट घोषित किया गया हैं जिसमे बिहार के शुभम कुमार जो अभी 24 साल के हैं उन्होंने पूरे देश में टॉप करते हुए देश तथा अपने राज्य और अपने मां बाप का नाम दुनिया के रोशन कर दिया हैं।

इसी वजह से आज हम यह पोस्ट आपके सामने लेकर आए ताकि आप भी Shubham Kumar Biography In Hindi ? इस विषय में जान सके।

शुभम कुमार UPSC टॉपर 2020 age कितनी हैं?

शुभम कुमार का जन्म सन 1997 में कदवा प्रखंड के कुम्हरी गांव जिला कटिहार बिहार में हुआ था, तथा उनकी उम्र अभी 24 वर्ष की हैं।

शुभम कुमार UPSC टॉपर पर्सनल लाइफ?

शुभम कुमार कटिहार बिहार के रहने वाले हैं ये ज्वॉइंट फैमिली में रहते हैं इनकी फैमिली में उनके माता पिता, बहन, चाचा चाची रहते हैं।

नामशुभम कुमार
उम्र24 वर्ष
व्यवसायIDAS ( Indian Defence Account Services ) पुणे में कार्यत
शुभम कुमार के पिता का नामदेवानंद सिंह कुमार
व्यवसायउत्तर बिहार ग्रामीण बैंक में मैनेजर
शुभम कुमार की माता का नामपूनम देवी
व्यवसायगृहणी

शुभम कुमार UPSC 2020 टॉपर Education

शुभम कुमार बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के है, उन्होंने अपनी मेट्रिक की एग्जाम 2021 में विद्या विहार रेसिडेंसिअल स्कूल पुरनिया से पास की। उसके बाद उन्होंने अपनी हायर सेकेंडरी की एग्जाम चिन्मया विद्यालय बुकारो से 2014 में पास की।

बच्चपन से ही आँखों में बड़े सपने देखे है शुभम कुमार ने उन्हें फिजिक्स, और मैथ्स पढ़ना काफी अच्छा लगता था।
शुभम कुमार ने JEE की एग्जाम क्रेक कर Air-219 वीं रैंक हासिल कर IIT Bombay में सिविल इंजीनियरिंग करने के किये दाखिला लिया।

अपने सेकंड ईयर में शुभम कुमार रिसर्च के लिए intership के लिए United state चले गए। अपने थर्ड ईयर के दौरान शुभम कुमार जी के रुझान सिविल सेवा की और चला गया 2018 में अपनी ग्रेजुएशन के बाद UPSC एग्जाम का 1st अटेम्प्ट दिया पर तैयारी न होने के कारण प्री भी क्लियर नही हुआ।

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उसके बाद 2019 में 7-8 घंटो की निरंतर मेहनत कर फिर से अपनी कमजोरी और weakness पर काम किया और अपने 2nd एटेम्पट में UPSC – 290 वीं रैंक की बढ़ी छलांग लगाई और उनका सिलेक्शन NADFM के IDAS( Indian Defence Account Services) में हुआ और वह पुणे में अभी ट्रेनिंग पर है, अपनी ट्रेनिंग के दरमियान और कोरोना महामारी के बीच भी इन्होंने अपना मोटिवेशन नही खोया अपने आप को हमेशा पॉजिटिव बनाये रखा।

वह बताते है कि फॅमिली से दूर रह कर वह अपनी फैमिली से बात करके अपना स्ट्रेस लेवल काम करते थे। अपनी ट्रेनिंग के साथ अपनी UPSC की एग्जाम में और फोकस किया, फिर एग्जाम नजदीक आने पर preparation leave लेकर टेस्ट सीरीज continus सॉल्व करते रहे और अपने पिछले अनुभव का भरपूर इस्तेमाल किया और अपने 3rd अटेम्प्ट के लिए खुद को ready कर लिया और 2020 में अपना 3rd अटेम्प्ट दिया।

शुभम कुमार के UPSC टॉप करने की क्या strategy थी?

2018 में अपने 1st अटेम्प्ट के बाद वह रुके नही, बदलाव लाने के positive अप्प्रोच को दोस्तों और परिवार वालो ने बहुत सराहा और यही कारण था कि उन्होंने अपने 2nd अटेम्प्ट में Air – 290 वीं रैंक हासिल की।

2018 में उन्होंने ग्रेजुएशन के बाद delhi में कोचिंग जॉइन की और ऑप्शनल सब्जेक्ट में Antropology को सेलेक्ट किया पर उस टाइम अपनी तैयारी पूरी न होने के कारण सेलेक्ट नही हो पाए।

2019 में अपनी तैयारी फिर से शुरू किया और Air- 290 वीं रैंक हासिल की पर 2020 के लिए कोई कोचिंग ज्वाइन नही की सिर्फ टेस्ट सीरीज ज्वाइन की थी। Shubham Kumar Biography In Hindi

Success मंत्र + स्ट्रैटजी

हमेशा खुद को मोटिवेट रखे, पॉजिटिव माइंडसेट के साथ अपनी तैयारी जारी रखे। धीरे – धीरे अपनी स्टडी hour को बढ़ाते रहे। डेली goal सेट करे और उसे पूरा करें, revision daily करे और सिलेबस कम्पलीट होने के बाद टेस्ट सीरीज ज्वाइन कर अपनी तैयारी को और परफेक्ट करे।

शुभम कुमार के UPSC टॉप करने के बाद क्या प्लान हैं?

शुभम कुमार के UPSC टॉप करने के बाद की उनकी ख्वाइश है कि वह बिहार में रह कर अपने समाज और अपने गांव का विकास करे।

उन्होंने अपनी चॉइस में सर्वप्रथम बिहार को चुना है, वह चाहते है कि उनको वही पदस्त किया जाये, 19 साल बाद UPSC जैसी प्रतिष्ठित एग्जाम में बिहार से किसी ने टॉप किया है। इसके पहले 2001 में आलोक रंजन झा टॉपर बने थे।

जबकि 1997 में गया के सुनील कुमार बरनवाल ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया था, 1987 में आमिर सुबहानी ने टॉप किया था जो अभी बिहार के विकास आयुक्त हैं। अभी तक महज चार लोगों ने ही बिहार से UPSC के टॉप किया हैं।

निष्कर्ष

दोस्तों आज की पोस्ट में हमने आपको बताया की Shubham Kumar Biography In Hindi | कैसे बना बिहार का 24 साल का लड़का टॉपर? उम्मीद हैं आपको शुभम कुमार के बारे में जानकारी प्राप्त हो गई होगी।

कई विद्यार्थी आज भी 3 से 4 साल तक लगातार मेहनत करते हैं लेकिन उनका चयन UPSC के लिए नहीं हो पता, क्योंकि कभी कभी ऐसा भी होता हैं की जो हम करना चाहते हैं या बनना चाहते हैं वो ऊपरवाले को मंजूर नहीं होता,

उसने कुछ अलग ही सोच कर रखा होता हैं आपके लिए। लेकिन कई विद्यार्थी इस बात को बहुत गंभीरता से ले लेते हैं तथा अपनी जान तक खत्म कर लेते हैं बस ये बात यह रखिए की कोई भी परीक्षा या कोई भी जॉब आपका कैरेक्टर decide नहीं करता हैं अगर काम नहीं हुआ हैं तो एक बार और कोशिश करें।

उम्मीद हैं आज के आर्टिकल से हम आपको कुछ नई जानकारी दे पाएं अगर आपको कोई सवाल पूछना हैं हमारे ब्लॉग या इस पोस्ट से लेकर जो बेझिझक आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

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