Cache Memory Kya Hoti Hai ? what is Cache Memory

Today’s Topic:- What is Cache Memory?

दोस्तों अगर आपने कभी अपना कंप्यूटर build करवाया है तो आपने ये कभी न कभी ज़रूर देखा होगा कि
Processor जो है उनके साथ आपको कुछ MB की cache Memory (कैस मैमोरी) भी मिलती है,
तो आखिर है Cache Memory होती क्या है? और इसका Processor में क्या काम है और कैसे काम करती है
और आपकी कितनी MB की Cache Memory(CM)लेनी चाहिए ये सब मैं आपको इस पोस्ट में बताने वाला हूं।

>RAM kya Hoti hai?

दोस्तों इससे पहले आपको ये भी पता होना चाहिए कि RAM क्या होती है ? कैसे काम करती है
Processor क्या होता है? i3, i5, i7, i9 क्या होता है? आपको कौन सी Generation
लेनी चाहिए? इस सब टॉपिक पर हमने पोस्ट लिख दी है आप पढ़ सकते है।

Cache Memory के Type ?

Cache Memory Kya Hoti Hai

देखिए जब हम नया कंप्यूटर या लैपटॉप लेते है तो उसमे cache Memory(CM) आती है
लेकिन ज्यादातर लोग उस पर कभी ध्यान नहीं देते। देखिए कंप्यूटर में 3 प्रकार की मेमोरी होती है।

एक तो नॉर्मल वाली हार्ड ड्राइव और दूसरी आपकी RAM और तीसरी ये CM, ये
बहुत फास्ट काम करती है लेकिन सबसे कम होती है स्टोरेज में। CM 3 प्रकार की होती हैं

(1). Level 1
(2). Level 2
(3). Level 3

आपका जो processor होगा चाहे वह Quad-core हो चाहे हो Dual Core होगा या फिर
Octa Core होगा वगैरह वगैरह हर एक Core की दो मेमोरी सैपरेट होती है Level 1 और लेवल 2 के
लिए और Level 3 जो Cache होती है ज्यादातर वह Share करती है सभी Core में से।

 

L1 जो Cache Memory होती है वह बहुत ज्यादा फास्ट होती है वह Processor के अंदर ही लगी होती है।
और बात करे L2 CM की तो ये प्रोसेसर के बाहर लगी होती है बाहर मतलब Processor के आस पास
जहां से प्रोसेसर उस Cm में से डेटा जल्दी Collect करके उसको Execute कर पाए।
L3 Cache Memory जो होती है वह RAM से करीब करीब डबल स्पीड कि होती है, और
सभी Core में से शेयर होती है, ये अलग लगी नहीं होती है उन दोनों Core में ही कहीं Share हो जाती है।

Cache Memory क्या होती है? कैसे काम करती है ?

अब आप ये तो समझ गए है कि CM कितने प्रकार की होती है, अब मैं आपको बताता हूं ये क्या होती है
और कैसे काम करती है।

जब आप कंप्यूटर में कुछ काम करते हो और बार बार आप उसी काम को करते हो जैसे आपने इंटरनेट चालू किया
और Website पर जाकर कुछ काम कर रहे हो और आप बार बार उसमे काम करते हो तो जो CM
है वह उस Website को अपने पास Save कर लेती है और आप अगली बार जब भी उस वेबसाइट को खोलते है
तो आपका प्रोसेसर RAM के पास न जाकर CM से ही डेटा लेकर आपको जल्दी से दिखा डेटा है।

>HDD Or SSD Kya hoti Hai ?

Practicle Example:-

अब इसको इस Practicle Example से समझने कि कोशिश करते है।

मान लीजिए आप एक ऑफिस में बैठे है और और दूसरे कमरे में कुछ फाइल रखी है और जो आपकी टेबल है
वह आपकी RAM है अब आप किसी को बोलेंगे या खुद दूसरे कमरे से फाइल लेकर आएंगे और अपनी टेबल
पर रखकर काम करेंगे तो इसमें सोचिए कितना टाइम लगेगा

और टेबल में होती है Drawer (ड्रॉअर) जिसमे आपका बहुत ज्यादा जरूरी चीजें होती है, अगर आपको कुछ फाइल
या कुछ और चाहिए और वह सब आपके उस ड्रॉअर में ही हो तो आप तुरंत उसमे से निकालकर
काम करने लगेंगे क्युकी वह ड्रॉअर आपके एक दम पास में है तो आपका समय भी बच जाएगा और काम भी जल्दी हो जाएगा।

यही काम होता है CM का जो भी आप कंप्यूटर में ज्यादा Visit करते है कहने का
मतलब है कि को भी फाइल आपके बहुत ज्यादा काम की होती है और ज्यादा इस्तेमाल होती है वह सब Cache
Memory में स्टोर हो जाती है और जब भी आप उसको Visit करते है वहीं से तुरंत प्रोसेसर उसको ले लेता है
और आपके सामने बहुत जल्दी रिजल्ट आने लगते है।

ज्यादातर आपने प्रोसेसर देखे होंगे चाहे वह i3 हो i5 हो i7 हो या फिर i9 हो उनमें 5MB, 9MB, 12MB
15MB, 20MB तक की CM मिलती है।

Cache Memory:-

अब आप ये सोच रहे होंगे कि ये CM की Capacity इतनी कम क्यों होती है, देखिए ये
आपको कम लग रही है लेकिन एक प्रोसेसर के लिए 15 या 20MB की Cache Memory
बहुत बहुत ज्यादा होती है। इसमें भी बहुत ज्यादा जरूरी प्रोग्राम सेव रहते है और प्रोसेसर Cache Memory
से ही प्रोग्राम लेकर आपको दिखता है, कई बार ऐसा भी होता है कि कुछ फाइल Cache Memory के पास
नहीं होती लेकिन RAM हर बार Cache Memory को Request भेजता है कि अगर तुम्हारे पास ये फाइल है तो मुझे दे दो।

Cache Memory In Phone ?

दोस्तों आपने अभी समझ लिया कि कंप्यूटर में Cache Memory का क्या काम होता है, और कैसे काम करती है।
लेकिन आपने फोन में भी Cache Memory देखी होगी अब ये क्या होती है, देखिए फोन में
थोड़ा अलग प्रकार से Store होती है काम तो उसका भी वही है जल्दी से फाइल निकाल कर आपको दिखाना,
लेकिन कंप्यूटर में आपके प्रोसेसर में Cache Memory Save होती थी, लेकिन यहां Cache Memory
आपके फोन में ही सेव रहती है

मान लो की आपने गूगल Map का Use किया कोई लोकेशन ढूंढी और उसको अच्छे से देखा और उसको कई बार
Zoom In और Zoom Out किया, अब फोन में क्या होता है कि जो भी अपने search किया वह सब आपके
Cache Memory वाले फोल्डर में सेव हो जाती है और जब अगली बार आप वही App या वेबसाइट खोलते हो
तो डायरेक्ट Cache Memory वाले फोल्डर से निकाल आपके सामने वेबसाइट आ जाती है जिससे टाइम भी
बच जाता है और इंटरनेट भी कम लगता है। अब कई बार ऐसा होता है कि Cache Memory वाला फोल्डर ज्यादा
भर जाता है तो आपको Cache Memory भी साफ करनी पड़ती है वहां से Information Delete करनी पड़ती है।

Conclusion:-

दोस्तों मुझे पूरी उम्मीद है कि अब आप अच्छे से समझ गए होंगे कि Cache Memory क्या होती है
और कैसे काम करती है। ये पोस्ट अपने सभी दोस्तों को भेजो और फैमिली मेंबर्स को भी भेजो क्युकी ये
सब उनको भी पता होना चाहिए।

कुछ सवाल पूछना है तो नीचे कॉमेंट करें या फिर मुझसे बात करनी है तो मुझे Instagtam पर भी follow
कर सकते हो, (Instagtam.com/Immrahull) या फिर थोड़ा इंतज़ार कीजिए मिलेंगे अगली पोस्ट में और
पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद ❤️😊

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