Disk Partition क्या होता है ? Windows में डिस्क पार्टीशन कैसे चेक करते है ?

दोस्तो क्या आपको पता है Disk Partition क्या होता
है ? और Windows में डिस्क पार्टीशन कैसे चेक करते है ? वैसे तो कंप्यूटर हम सभी चलाते है लेकिन कभी इन बातो पर ध्यान नहीं देते कहने का मतलब है कि Hard Drive भी अलग अलग प्रकार की होती है और hard Drive कैसे काम करती है आप यह नीचे क्लिक करके पढ़ सकते है।

👉 Hard Drive क्या होती है और कैसे काम करती है ?

कोई भी हार्ड ड्राइव जब तक काम करने के लिए ready नहीं होती जब तक उसमे अलग अलग partition ना
बना लिए जाए, इसलिए हर हार्ड ड्राइव में 2-3 partition जरूर होते है। जब आप कंप्यूटर को assemble करवाते
हो तब आपसे पूछा जाता है कि आपको इस डिस्क में कितने partition चाहिए, अगर आपको नहीं पता तो वह
खुद 2-3 partition बना कर दे देता है।

आप अपने computer में भले ही कितनी बड़ी हार्ड ड्राइव लगा लो लेकिन अगर इसके Partition अच्छे से
नहीं होगा तो आप उसको सही से इस्तेमाल नहीं कर पाओगे। आज मैं आपको ये भी बताने वाला हूं कि कोई भी
drive हमेशा C Drive से ही क्यों स्टार्ट होती है कभी A,
B Drive क्यों नहीं होती। इस पोस्ट को अंत तक पढ़िए ताकि आपको सारे सवालों के जवाब मिल जाए।

Disk Partition क्या होता है ?

किसी भी hard Drive को अलग अलग हिस्से में बांटने को ही डिस्क पार्टीशन कहते है। जैसे अगर आपके पास कोई 500GB की हार्ड ड्राइव है और आपने उसको 250GB – 250GB में बांट लिया तो यह उस drive का डिस्क पार्टीशन कहलाएगा। इसी को disk partition
कहते है। अब यहां जरूरी नहीं कि आप इसे 2 हिस्से में बांटे
अगर आपको दो से ज्यादा हिस्से चाहिए तो ये आप बहुत आसानी से कर सकते हो।

मान लो आपने किसी कॉपी के 2 पार्ट कर लिए अब दो पार्ट
बनने के बाद भी रहेगी तो वह एक ही कॉपी चाहे आप उसके कितने ही हिस्से क्यों न कर लो, ऐसा ही ठीक कंप्यूटर
में भी होता है, वह एक हार्ड ड्राइव ही होती है लेकिन Operating System उसको 2-3 अलग अलग पार्ट में
देखता है।

Normally किसी भी ड्राइव के 2-3 partition तो जरूर होते है क्यूंकि अगर एक ड्राइव Currept हो तो
इसका असर दूसरी ड्राइव पर ना पड़े और आपका डाटा खराब न हो, बहुत से लोग एक ही computer में 2-3
operating System Install करते है तो वो लोग अलग अलग ड्राइव के Partition में उनको रखते है ताकि
Operating System overlap न करे और OS Currept न हो।

लेकिन इसके बावजूद एक ही computer में ज्यादा Operating System रखने के ज्यादा रिस्क है क्यूंकि
इसमें कभी भी कोई glitch आ सकता है या कुछ और Problem हो सकती है जिससे पूरा कंप्यूटर खराब हो
सकता है।

Hard Drive हमेशा C से क्यों start होती है

हालंकि ये बहुत सी सिम्पल सवाल है लेकिन Maximum लोगो को इसका जवाब नहीं पता होता है इसलिए अभी मैं आपको बताऊंगा की ड्राइव हमेशा C से ही क्यों स्टार्ट होती है ? कभी A या B से Start क्यों नहीं होती है।

दोस्तों पहले Floppy drive और Tape ड्राइव होती थी, वही computer में इस्तेमाल की जाती थी इसलिए A Drive और B ड्राइव उसके लिए रिजर्व थी, लेकिन अब वो इस्तेमाल नहीं होती। अब हम हार्ड ड्राइव इस्तेमाल करते है
इसलिए A, B Drive को Floppy और tape drive के लिए छोड़ दिया गया और C Drive को ही primary drive बना दिया।

Disk Partition क्यों करते है ?

बहुत से user पूछते है कि क्या डिस्क का partition करना जरूरी है ? क्या हम बिना partition किए Computer इस्तेमाल नहीं कर सकते?

आपको बता दें कि पहले जो computer हुआ करते थे उनमें डिस्क का partition करना जरूरी होता है। बिना partition किए उसको इस्तेमाल नहीं कर सकते थे लेकिन अब जो कंप्यूटर आते है उसमे अगर हम partition नहीं करें तब भी उसको इस्तेमाल किय जा सकता है।

लेकिन यहां पर Disk Partition इसलिए जरूरी है क्यूंकि, मान लो आपने तीन partition किए है, “C
DRIVE” में windows install हैं और बाकी बचे D, E ड्राइव इसमें आपने अपने Important file रख ली और
तीसरी में कुछ software रख लिए, अगर by chance windows में कुछ दिक्कत होती है तो सिर्फ “C DRIVE” में problem होंगी जिसे हम
format या फिर नई windows install कर सकते है।

इससे बाकी दो ड्राइव को कुछ भी दिक्कत नहीं होगी, कहने का मतलब ये है कि अगर एक ड्राइव Currept
होती है तो सिर्फ उसी ड्राइव का डाटा खराब होगा दूसरी ड्राइव पर कुछ भी impact नहीं पड़ेगा। यही कारण है
कि लैपटाप और computer में atleast 2-3 partition तो होते ही हैं।

Disk Partition करने के लाभ

1. Use Of New Hard Disk

नई hard Drive में कुछ भी Read/write तब तक नहीं हो सकता जब तक उसका Partition न बन जाए और partition बनाते समय हमें MBR और GPT format का ध्यान रखना पड़ता है।

Also Read:- 👉 MBR और GPT Partition क्या होता है? कौनसा Partition सही है ? 

Windows Reinstall करने में आसान

लगभग हर कंप्यूटर में दो या तीन partition तो होते ही है
एक में windows और उसकी फाइल होती है और बाकी में हमारी Personal file या बहुत important फाइल। अगर कभी window में problem होती है तो आप
बहुत ही आसानी से window को reinstall कर सकते हो।

Reinstall करते समय बाकी के दो ड्राइव का डाटा एक दम सुरक्षित रहता है और आसानी से OS install
हो जाता है।

Better Organization

बहुत सारे लोग अपने डाटा को अलग अलग रखना चाहते है और डिस्क पार्टीशन से यह काम बहुत आसान हो जाता है।
आप अपने हिसाब से partition बना और डिलीट कर सकते है। अपने काम के अनुसार games और music के
अलग अलग partition भी बना सकते है।

Easier Back-up

अगर आपको एक specific file या फोल्डर का back-up करना चाहते है तो आप कर सकते है लेकिन आपको उस फाइल कि path नहीं पता तब भी उस पूरे डिस्क का back-up ले सकते हो, जिससे आपकी फाइल हमेशा आपके साथ रहेगी।

और अगर आपको उस फाइल के path पता है तो आप सिर्फ उस partition ले सकते हो जिससे समय और
मेहनत दोनों बचेगी।

Simpler Data Recovery

अगर किसी डिस्क का डाटा गलती से या फिर किसी ने डिलीट भी कर दिया तो आप बहुत ही आसानी से उसे recover कर सकते हो। फाइल कि location या path पता है फिर आप सिर्फ एक specific drive को recover कर सकते हो।

Hard Drive में Partition कैसे करते है ?

दोस्तों आजकल कुछ लैपटॉप के सिर्फ एक ही ड्राइव देखने को मिलती है जिससे user को काफी प्रोब्लम होती है
अगर उसको कुछ सेव करना है तो उसको C DRIVE में ही करना पड़ता है और अगर कुछ प्रोब्लम हुई
तो उनका डाटा खराब हो जाता है। लेकिन जिसे उस एक ड्राइव के अलग अलग partition करना आता है
वह बड़ी आसानी से उसका partition कर लेता है।

जिसे नहीं आता वह इंटरनेट पर सर्च करता है और कभी कभी निराश हो जाता है इसलिए आज मैं आपको
बताऊंगा की Disk के partition कैसे करते है? Partition करने के लिए आप third party
software भी इस्तेमाल कर सकती है लेकिन मैं आज Windows की सेटिंग के द्वारा ही बताने वाला हूं।

Hard Drive Partiton step by step

One to five

1. सबसे पहले “This PC” पर right Click करें जिससे “Computer Management” खुल जाएगा।
2. अब नीचे वाले option “Disk Management” पर क्लिक करें।
3. आपके Computer में जितने भी Partition बने है वह खुल जाएंगे।
4. अब आपको जिस भी ड्राइव के partition करना है उस पर click करें जैसे मुझे “New Volume D” का
Partition करना है तो मैं उस पर click करूंगा।5. अब आपके सामने कुछ ऑप्शन आएंगे जिसमे से “Shrink Volume” पर click करना है।

Six to Ten

6. अब यहां आपसे पूछा जा रहा है कि नई ड्राइव कितने GB की बनानी है, जैसे कि आपको पता
होगा 1 हाज़ार MB मतलब एक GB होता है। तो यहां ड्राइव कि स्पेस MB में डालनी है जैसे मुझे
50Gb की चाहिए तो मैं 50,000 Mb डालूंगा और इसके बाद shrink पर click कर देना है7. अब आपके सामने नई ड्राइव बन जाएगी।
8. जो नई ड्राइव बनी है उस पर क्लिक करें और फिर “New Simple Volume” पर click करें9. अब window खुलेगी और सारे ऑप्शन पर next कर देना है और अंत में finish पर क्लिक कर देना है।
10. इतना करने के बाद आप देखेंगे कि आपके सामने एक नई ड्राइव आ चुकी है जिसमे आप कुछ भी
store कर सकते है।

निष्कर्ष

दोस्तो ये थी आज कि पोस्ट जिसमे मैंने आपको बताया कि
Disk Partition क्या होता है ? Windows में डिस्क पार्टीशन कैसे चेक करते है ? मैंने सब बहुत सरल तरीके से बताने की कोशिश की है, मुझे पूरी उम्मीद है आपको यह पोस्ट पढ़कर (Disk Partition क्या होता है ? Windows में डिस्क पार्टीशन कैसे चेक करते है ?)  सब समझ में आ गया होगा।

अगर इसके बावजूद भी आपके कोई सवाल है तो आप हमे नीचे कॉमेंट बॉक्स में लिखकर बता सकते है, हमे आपकी मदद करने में अच्छा लगेगा। अगर इस पोस्ट से जुड़े कुछ सुझाव है तो आप हमे यह भी बता सकते हो।

अगर आपको पोस्ट पसंद आई है तो इसे अपने दोस्तो को भी भेज सकता है, और इसे शेयर कर सकते है। पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।

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