ECG Full Form In Hindi | ECG Kya hota hai?

दोस्तों आज के समय में सबसे ज्यादा जरूरी हैं आपका स्वास्थ रहना, कोरोना काल में यह समस्या
ज्यादा देखने को मिल रहीं है इसलिए आज हम आपको ECG Full Form In Hindi | ECG Kya hota hai यह बताने वाले हैं।

अगर आपके दिल की धड़कन सही नहीं चल रही तो इससे काफी गंभीर समस्या हो सकती है, कई बार
हाई शुगर होने से डॉक्टर ECG करवाने के लिए कहता है।

ECG Full form in Hindi आपको आज जरूर जानना चाहिए, ECG दिल के लगभग सभी
तथ्यों को एनालाइज करता है और हमे उसकी रिपोर्ट देने का काम करता हैं।

उम्मीद हैं आज की पोस्ट ECG Full Form In Hindi आपको जरूर पसंद आएगी।

ECG Full Form In Hindi

ईसीजी का फुल फॉर्म “Electrocardiography” जिसे हिंदी में “इलेक्ट्रो कार्डियो ग्राफी” कहते हैं।

ECG Kya hota hai?

ह्रदय की धड़कने मापने के लिए यह टेस्ट किया जाता है ताकि यह पता चले की ह्रदय में किसी
प्रकारकी समस्या तो नहीं हैं।

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ECG ह्रदय की गतिविधि रिकॉर्ड करने का काम करता हैं इसमें हार्ट के पास कुछ उपकरण लगाए
जाते है जो इलेक्ट्रिकल सिग्नल छोड़ते है।

जिससे ह्रदय के अंदर मौजूद सभी तरह की समस्या तथा खामियों का पता चल जाता हैं।

1. ह्रदय की धड़कने तेज या धीरे हैं इसका पता चलता है।

2. ह्रदय सामान्य से बड़ा तो नहीं या फिर छोटा तो नहीं इसका भी पता चलता हैं।

3. ह्रदय की मांसपेशियां सही से काम कर रही या नहीं इसका पता चलता हैं।

ECG क्यों किया जाता हैं ?

ECG करने की सलाह डॉक्टर किसी मरीज को तब कहता हैं जब उसे सीने में हल्का हल्का दर्द उठता हो या फिर दिल में अचानक दर्द होना।

इसी वजह से और शुगर के मरीजों को कभी कभी सीने में दर्द की शिकायत होती हैं जिसकी वजह से डॉक्टर पूरे शरीर की ECG जांच करने को कहते हैं। आइए जानते है ECG से क्या क्या जांचा की जाती हैं।

1. Stress Test(स्ट्रेस टेस्ट)

स्ट्रेस की समस्या आजकल नॉर्मल होती जा रहीं है लेकिन कुछ ह्रदय की समस्या तब सामने आती हैं जब व्यायाम या योग करते हुए हृदय पर प्रेशर पड़ता है।

इसमें भी डॉक्टर आपको ECG की जांच करवाने की सलाह देता हैं इसके आपको ट्रेडमिल पर दौड़ना होता हैं जिससे वह जांच होती हैं।

2. Holter Monitor (हॉल्टर मॉनिटर)

इस तरीके में ह्रदय की गतिविधि को 24 से 48 घंटे तक रिकॉर्ड किया जाता हैं, इसमें मरीज को एक इलेक्ट्रोड पोर्टेबल बैटरी संचालित मॉनिटर होता हैं जिसे सीने में लगाया जाता हैं।

इसके बाद यह काम करना शुरू कर देता है और 24 से 48 घंटो तक ह्रदय की गतिविधि को मापता हैं।

3. Event Recorder(इवेंट रिकॉर्डर)

इसकी जरूरत तब होती हैं जब मरीजों को किसी परेशानी के लक्षण नहीं दिखते है ऐसे में इस तकनीक से शरीर की समस्या का पता लगाया जाता हैं।

ECG से पहले यह न करें?

ज्यादा डॉक्टर आपको यह नहीं बताते हैं की ECG से पहले क्या करना चाहिए क्या नहीं इसीलिए हम
आपको सरल तरीके से बताएंगे।

ECG करवाने से पहले इसी भी तरह का व्यायाम करने से बचना चाहिए ऐसा इसलिए क्योंकि व्यायाम
ह्रदय की धड़कनों को बड़ा देता हैं।

जिससे ECG recording में कुछ समस्या आ सकती है। इसके साथ ही आपको ठंठा पानी पीने से
भी बचना चाहिए यह भी रिपोर्ट को प्रभावित कर सकता हैं।

ECG टेस्ट के दौरान?

ECG (Electrocardiography) होने के दौरान बात नहीं करना चाहिए और आपको बता दें कि इस टेस्ट में दर्द नहीं होता हैं और इसमें मुश्किल से 2 मिनट लगते है जिसमे आपको 20 सेकंड तक बिना हिले लेटना होता हैं।

इसमें सीने पर छोटे छोटे पैड लगाए जाते हैं और वह मशीन में वायर से जुड़े होते हैं यह पैड को सीने पर छिपाया जाता है।

जिसकी मदद से इलेक्ट्रिक सिगनल छोड़े जाते हैं और यह सिगनल ह्रदय के मूवमेंट को रिकॉर्ड करते हैं जिससे आपको ह्रदय में क्या समस्या हैं पता चल जाता हैं।

ECG का रिजल्ट?

ज्यादातर ECG जांच होने के बाद ही रिजल्ट मिल जाता हैं इसके आपको तरंगे दिखती हैं जो उपर
नीचे की ओर बनी हुई होती हैं।

ECG Full Form In Hindi | ECG Kya hota hai यह जानने के बाद आपको यह भी
जानना चाहिए की नॉर्मल रिजल्ट और एब्नॉर्मल रिजल्ट क्या होता हैं।

नॉर्मल रिजल्ट

ECG या फिर किसी भी तरह की रिपोर्ट आने के बाद सबसे पहले आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

ECG रिपोर्ट नॉर्मल आने का मतलब हैं आपके दिल की धड़कन और लय नॉर्मल रेंज एक दम सही हैं और आपको किसी भी तरह की समस्या नहीं हैं।

एब्नॉर्मल रिजल्ट

यह रिजल्ट तब आता हैं जब आपको पूर्व में किसी प्रकार की दिल की बीमारी होती है इसमें भी आपको डॉक्टर की सलाह लेना चाहिए।

इसमें नीचे दिए गए आदि समस्या हो सकती हैं।

1. धड़कन का तेज होना या कम होना।

2. दिल का दौरा

3. पूर्व में हार्ट अटैक आना

4. खून में सोडियम और पोटेशियम जैसे खनिजों का असंतुलन

5. किसी दावा का रिएक्शन होना।

निष्कर्ष

दोस्तों इस पोस्ट के माध्यम से आपको बताया की ECG Full Form In Hindi | ECG Kya hota hai। किसी भी तरह की अन्य समस्या होने पर आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

ऑनलाइन दी गई किसी भी तरह की दवाई पर विश्वास न करके आपको डॉक्टर से जरूर सलाह लेना चाहिए।

मुझे उम्मीद हैं ECG Full Form In Hindi | ECG Kya hota hai इससे आपको कुछ नया सीखने को जरूर मिला होगा, इस पोस्ट को अंत तक पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।