दोस्तों हम सभी अपने घरों में बिजली का इस्तेमाल तो करते ही होंगे अब भारत में शायद ही ऐसा कोई
घर या जिला होगा जहां अभी तक विद्युत नहीं आई लेकिन क्या आपको यह पता है कि विद्युत का
आविष्कार किसने किया था James Clerk Maxwell kaun the | James Clerk Maxwell biography in Hindi
हम सभी बिजली को रोज ही इस्तेमाल करते है लेकिन कभी हम यह जानने कि कोशिश नहीं करते
इसलिए आज आपको इस पोस्ट को अंत का जरूर पड़ना चाहिए जिससे आपको पता चलेगा कि विद्युत का आविष्कार किसने किया था
तथा यह आप तक कैसे पहुंचती है।
विद्युत चुम्बकीय इंडक्शन पर काम करता है जिससे हम उसको इस्तेमाल कर पाते है तथा इसका
आविष्कार किसने किया था यह भी हम आपको इस पोस्ट में बताने वाले है। James Clerk Maxwell kaun the | James Clerk
Maxwell biography in Hindi
जेम्स क्लर्क मैक्सवैल कौन थे?
जेम्स क्लर्क मैक्सवैल का फिजिक्स के क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान रहा है इन्होंने बहुत से लॉ दिए है
जिससे हमें फिजिक्स तथा बहुत सी चीजे इस्तेमाल करना आसान कर दिया है।
इनका जन्म 13 जून 1831 में स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग में एक अमीर घरानें में जन्म हुआ था
लेकिन सिर्फ 9 वर्ष कि उम्र में ही इनकी माता जी का देहांत हो गया जिससे बहुत सदमा पहुंचा था
लेकिन मैक्सवैल को मैकनिकल टॉयज के बारे में पढ़ना तथा इनको बनाने का बहुत शौक था। इसके
बाद वे अपने पापा के साथ ही रहने लगे थे।
जेम्स क्लर्क मैक्सवैल की एजुकेशन
जब मैक्सवैल 10 साल के थे तब प्राइमरी एजुकेशन के लिए वहां कि एडिनबर्ग एकेडमी में गए तथा कुछ सालों तक वहीं से पढ़ाई करते रहे, 16 साल कि उम्र में उन्होंने एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी से मिडिल क्लास एग्जामिनेशन पास कि तथा 1850 में गणित में उन्होंने अपने स्पेशल टैलेंट को पहचाना तथा उनके इस स्पेशल टैलेंट से उनके आसपास के लोगो भी काफी सरप्राइज़ हुए।
इसके 4 साल बाद वह अपने हायर एजुकेशन के लिए ट्रिनिटी कॉलेज ऑफ कैंब्रिज में गए जहां से मैक्सवैल ने अपनी हायर एजुकेशन पास की, इसी यूनिवर्सिटी में पढ़ते हुए उन्होंने लाइट में कितने कलर होते है तथा उनका मिक्सचर इसको लेकर रिसर्च पेपर भी पब्लिश किए जहां से मैक्सवैल ने लाइट में ही आगे कि खोज की।
जेम्स क्लर्क मैक्सवैल ने किसका आविष्कार किया।
मैक्सवैल ने अपनी हायर एजुकेशन ट्रिनिटी कॉलेज ऑफ कैंब्रिज से की जहां से उन्होंने यह बताया कि लाइट में भी कलर होते है और इसके बारे में उन्होंने कई रिसर्च पेपर भी सांझा किए, मैक्सवैल ने अपने रिसर्च पेपर में यह बताया की लाइट में 3 मुख्य कलर होते है जैसे रेड+ग्रीन+ब्लू
इसके ही साथ उन्होंने विद्युत का आविष्कार भी किया था मैक्सवैल के इस आविष्कार ने पूरी दुनिया
बदल कर रख दी मैक्सवैल ने अपने इस आविष्कार में यह बताया की मैगनेटिक फ़ील्ड के द्वारा ही इलेक्ट्रिक फील्ड प्रोड्यूस होती है
जिससे विद्युत के आसपास एक मैगनेटिक फ़ील्ड बन जाती है।
मैक्सवैल के इस आविष्कार को इलेक्ट्रोमैगनेटिज्म या इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव या फिर मैक्सवैल एक्वेशन भी कहते है। इसके साथ मैक्सवैल ने
कई और आविष्कार भी किए थे जिसके लिए उनका नाम आज भी याद किया जाता है।
जेम्स क्लर्क मैक्सवैल की मृत्यु
मैक्सवैल की मौत के 2 साल पहले 5 नवंबर सन 1879 में वे सीरियस बीमार थे, मैक्सवैल के बीमार होने के बावजूद भी मैक्सवैल इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन के द्वार रडार और माइक्रोवेव रेडिएशन को समझने में बहुत मदद मिली।
इस प्रिंसिपल के माध्यम से गामा रेज, अल्ट्रा वॉयलेट, लाइट रेय को समझने में बहुत मदद मिली
तथा इसके कुछ दिनों बाद मैक्सवैल की मृत्यु हो गई।
जेम्स क्लर्क मैक्सवैल क्यों प्रसिद्ध है?
जेम्स मैक्सवैल को उनकी इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन थिअरी तथा मैगनेटिज्म के क्षेत्र में दिए गए अपने महत्त्वपूर्ण नियमों के कारण आज भी जाना जाता है, फराडे और आइंस्टीन के साथ मैक्सवैल द्वारा किए गए फिजिक्स के क्षेत्र में अनूठे प्रयोग के लिए आज भी जाना जाता है।
निष्कर्ष
दोस्तों मुझे पूरी उम्मीद है आज कि मेरी इस पोस्ट James Clerk Maxwell kaun the | James Clerk Maxwell biography
in Hindi इससे आपको कुछ नया सीखने को मिला होगा, यह पोस्ट उन स्टूडेंट के लिए बहुत काम
कि हो सकती है जो अभी स्कूल में है इसलिए इसे अपने दोस्तों को भी जरूर शेयर करें।
अगर आपको इस पोस्ट को कुछ नया सीखने को मिला या फिर इस पोस्ट से जुड़े कुछ सवाल है तो
हमसे कॉमेंट बॉक्स में जरूर पूछे हमें आपके प्रश्नों के जवाब देने में बेहद खुशी होगी, तथा अंत तक
पोस्ट पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।